कोरोना उपचार में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को शामिल करने की मांग,चिकित्सको ने पीएम को लिखा पत्र


बस्ती। होम्योपैथिक चिकित्सकों ने सरकार से कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से बचाव,     प्रबंधन एवं उपचार में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को शामिल किये जाने की मांग की है। इस संबंध में केन्द्रीय होमियोपैथी परिषद के पूर्व सदस्य डॉ अनुरूद्ध वर्मा ने प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं आयुष मंत्री को पत्र लिखा है। यह जानकारी  होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस सोसाइटी के अध्यक्ष एवं आयुष चिकित्सा   पदाधिकारी डॉ वी के वर्मा ने दी है। उन्होंने  पत्र में कहा है कि समय- समय पर देश, विदेश में फैली महामारियों जैसे कालरा, पीला बुखार, स्पेनिश बुखार, इन्फ्लूएंजा, स्कारलेट फीवर, स्वाइन फ्लू, डेंगू, चिकुनगुनिया, जापानी इन्सेफलाइटिस, कंजेक्टिवाइटिस आदि से रोकथाम, प्रबंधन एवं उपचार में सफलता के  पर्याप्त प्रमाण     उपलब्ध हैं। उन्होंने लिखा है कि कोविड 19 के कारण उत्पन्न महामारी से निपटने एवं बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए केवल  एक चिकित्सा पद्धति पर निर्भर रहने के बजाय एक एकीकृत व्यवस्था लागू किये जाने की जरूरत है जिसमे  होमियोपैथी को भी शामिल किया चाहिए। उन्होंने कहा है कि  होमियोपैथी एवं अन्य  चिकित्सा पद्धतियों के समन्वित  प्रयास से  इस महामारी से शीघ्र मुक्ति मिल सकेगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया  कि इस महामारी से बचाव के लिए सरकारी दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें।