उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बस्ती जिले के युवक की मौत के बाद वाराणसी तक कोरोना वायरस पहुंचने की आशंका तेज हो गई है। क्योंकि जिस एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज से युवक के शव को बस्ती ले जाया गया था, उसी एंबुलेंस से मंगलवार को बीआरडी कॉलेज का हार्ट का एक मरीज वाराणसी गया था।
इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से उस मरीज सहित वाराणसी प्रशासन को भी दे दी गई हैं। लेकिन, अब लोगों को इस बात की चिंता सता रही है कि अगर वायरस का संक्रमण मरीज में फैल गया होगा तो वह अपने परिजनों को भी इसका शिकार बना सकती है।
तीन चालक हो सकते है संक्रमण का शिकार
जिस एंबुलेंस से युवक के शव को बस्ती ले जाया गया था। वह एंबुलेंस बस्ती के बाद वाराणसी गई और वहां से आने के बाद मेडिकल कॉलेज कैंपस पहुंची। वाराणसी से आने के बाद उसी एंबुलेंस में दो और एंबुलेंस चालक सो गए थे। इसकी जानकारी मेडिकल कॉलेज प्रशासन को हुई तो उन्होंने तीनों एंबुलेंस चालकों को तत्काल होम क्वारंटीन करने का निर्देश दे दिया है।
दो डॉक्टर सहित चार और स्वास्थ्यकर्मी हुए आइसोलेट
युवक में कोरोना के संक्रमण मिलने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज करने वाले दो डॉक्टर, सहित दो स्टाफ नर्स और दो पैरोमडिकल स्टाफ को एहतियात के तौर पर आइसोलेट कर दिया गया है।
साथ ही यह भी तलाश की जा रही है कि यह भी पता लगाया जा रहा है कि जब तक उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि युवक में संक्रमण की पुष्टि हुई है तो उससे पहले ये डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी किससे-किससे मिले।
नमूने लेने वाले डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी हुए आइसोलेट
नमूना लेने वाले डॉक्टर, दो लैब टेक्नीशियन, मरीज की देखरेख में लगे चार पैरामेडिकल स्टॉफ को जैसे ही इसकी सूचना मिली कि युवक के अंदर कोरोना का संक्रमण मिला है, वैसे ही उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। साथ ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड नंबर 14, ट्रामा सेंटर, आईसीयू और कोरोना वार्ड को पूरी तरह से सैनिटाइज करा दिया है।