बरसे रंग फुहार झमाझम होली में -- उदय नारायण सिंह निर्झर

बरसे रंग फुहार झमाझम होली में -- उदय नारायण सिंह निर्झर
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सृजन संकल्प साहित्य संगम के तत्वावधान में शिवधाम बेलवाई स्थित वंशायन भवन के सभागार में होली मिलन समारोह व कवि सम्मेलन आयोजित हुआ ! कवि उदय नारायण सिंह निर्झर के संयोजन व तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु के संचालन में होने वाले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष डाक्टर आर ए वर्मा जी रहे ! संस्था अध्यक्ष प्रसिद्ध उद्योगपति एवं फिल्म निर्माता श्री शिव नारायण सिंह ने क्षेत्र के संभ्रांत व वरिष्ठ नागरिकों के साथ-साथ क्षेत्र के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं व कलाकारों को सम्मानित किया जिसमें मुख्य रूप से आरके महाविद्यालय के प्रबंधक व अस्थि रोग विशेषज्ञ डाक्टर जे पी दुबे , एयर इंडिया से सेवानिवृत्त अधिकारी श्री इंद्रजीत त्रिपाठी ,  भोजपुरी फिल्मों के प्रसिद्ध कॉमेडियन श्री मनोज सिंह टाइगर रहे ! सम्मान समारोह के बाद कवि सम्मेलन का शुभारंभ अयोध्या से आए कवि रामानंद सागर की वाणी वंदना से हुआ ! युवा कवि दीपक सिंह ने पढ़ा - तेरी यादों को दिल में बसाकर अब तक रहमों करम दे रहे हैं ! अयोध्या से आए कवि रामानंद सागर ने पड़ा - बन संवर के जब घर से लड़कियां निकलती हैं ! मनचलों के थूथन से सीटियां निकलती हैं ! संचालक तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु ने पढ़ा - प्रेम की दुनिया में मेरा भी नाम चलता है , तुझे कैसे बताऊं इसी से काम चलता है , हो सके तो तुम भी इसी रास्ते पे आना , क्योंकि यहीं से दुनिया का निज़ाम चलता है ! रायबरेली से आए हास्य कवि मधुर श्रीवास्तव नर कंकाल ने पढ़ा - तुम रसभरी हो गुझिया हम झूरि-झार पापड़ , हम तुम्हारे काटे चुटकी तुम मार देव झापड़ ! उदय नारायण सिंह निर्झर ने पढ़ा - बरसे रंग फुहार झमाझम होली में , नई कोपलें नूतन कलियां लगी महकने घर अरु गलियां , बीत गया पतझार झमाझम होली में !  कात्यायनी उपाध्याय , सुषमा जौनपुरी , शैलेश जी वाराणसी , मुंशी रजा कादीपुर , मोतीलाल अग्रहरि गुप्तेश , अमन सुल्तानपुरी व मंगला प्रसाद मिश्र शरद आदि ने भी अपना काव्य पाठ प्रस्तुत किया !


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