सिस्टम को सुधारने के लिए कुछ साइड इफेक्ट झेलने होंगे,महेश शुक्ला जिलाध्यक्ष बीजेपी



बस्ती। सरकार सुधार की प्रक्रिया से गुजर रही है। चाहे वह सिस्टम की खामियां हों चाहे सत्ता प्रतिष्ठानों की सब पर केन्द्रीय नेतृत्व की नज़र है। इसी कड़ी में नोट बंदी आर्थिक सुधारों की दिशा में एक बड़ा फैसला थी। यह बातें भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष महेश शुक्ला ने कही। वे पार्टी दफ्तर पर पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।


जिलाध्यक्ष ने कहा कई बार सिस्टम को सुधारने के लिये कुछ साइड इफेक्ट झेलने पड़ते हैं आर्थिक मंदी उनमें एक है। वार्ता से पहले जिलाध्यक्ष ने एक सामान्य कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी दिये जाने पर नेतृत्व को बधाई दी और कहा अपने पुराने आदर्शों को कायम रखते हुये संगठन एवं सत्ता के बीच समन्वय बनाये रखते हुये सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाकर पात्रों को लाभ दिलाना प्राथमिकताओं में होगा।


महेश शुक्ला ने देशभर हो रही बलात्कार और महिला उत्पीड़न की घटनाओं, तेजी से बढ़ी बेरोजगारी, महंगाई, उद्योगहीनता जैसे ज्वलन्त सवालों का बड़ी सादगी से जवाब दिया। हालांकि उन्होने कहा यह उनके राजनैतिक जीवन की पहली प्रेस वार्ता है। जिलाध्यक्ष ने जनपद में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये मॉडर्न आईटीआई स्थापित किये जाने की कवायद की जानकारी भी दी। पत्रकार वार्ता में अरविन्द श्रीवास्तव गोला, अभय पाल, रामचरन चौधरी आदि मौजूद रहे।