साहित्य शिल्पी सम्मान से सम्मानित हुए – कवि तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु

 


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हमारी खूबियों का ज़िक्र करने की ज़रूरत नहीं ! आपके दिल में स्थान हो मेरा बस यही काफ़ी है !! चर्चित कवि व मंच संचालक तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु का यह शेर ज़िंदगी में इंसान को इंसान से मोहब्बत भरे रिश्ते की अपील कर रहा है ! जिज्ञासु की कविताएं व शेरो – शायरी का सफ़र गतिमान है ! इसी कड़ी में प्रतिष्ठित संस्था उत्तर प्रदेश साहित्य सभा अंबेडकरनगर के अध्यक्ष पद का दायित्व निभाते हुए अपने साहित्यिक शौक़ को बेहतर अंजाम दे रहे हैं ! हाल ही में दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित पुस्तक मेले में रवीना प्रकाशन के स्टाल पर जिज्ञासु की पुस्तकों के प्रति पाठकों का आकर्षण रहा ! ऑनलाइन कवि सम्मेलन के प्रति समर्पित साहित्यिक संस्था अंतरराष्ट्रीय श्रेया क्लब द्वारा जिज्ञासु को साहित्य शिल्पी सम्मान से नवाजा गया है ! जिज्ञासु को सम्मान मिलने पर शिक्षकों , कवियों व साहित्यकारों ने खुशी का इज़हार किया है !