भारत रत्न मा अटल बिहारी वाजपेयी जयन्ती के अवसर पर काव्य पाठ गायन एवं मिशन शक्ति के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन विषय पर आधारित पेन्टिंग व फोटोग्राफी कला प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

 


अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी, अयोध्या ( संस्कृति विभाग, उ. प्र.) के तत्वावधान में 23 दिसम्बर 2020 को भारत रत्न मा. अटल बिहारी वाजपेयी जयन्ती के शुभ अवसर पर काव्य पाठ गायन एवं मिशन शक्ति के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन विषय पर आधारित पेन्टिंग व फोटोग्राफी कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।

अयोध्या के प्रसिद्ध कवि रामानंद सागर जी, स्वदेश संस्थान भारत के निदेशक / कार्यक्रम के संयोजक शिव बक्श सागर प्रजापति, संग्रहालय के उपनिदेशक योगेश कुमार जी, मुख्य अतिथि के रूप डॉ स्वदेश मल्होत्रा जी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी राम तीरथ जी के द्वारा कला प्रदर्शनी का उद्घाटन होने के बाद काव्य पाठ कार्यक्रम का शुभारंभ रामानन्द सागर के संचालन में हुआ। उन्होंने काव्य पाठ गायन में - जाने क्या कह दिया उन्होंने, वे अब तक याद आ रहे हैं। डॉ स्वदेश मल्होत्रा जी के पाठ में गायन किया - आओ आज सुनाए तुमको, एक अनूठी अटल कहानी। दुर्गेश निर्भीक के काव्य में - अटल क्या कहूँ आपको, कवि, नेता या शासक..... । इसीप्रकार सभी 15 कवियों द्वारा भाव विभोर करने वाले काव्य पाठ किये गए।

इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा हुए काव्य पाठ का मूल्यांकन होने के बाद प्रथम पुरस्कार रामानन्द सागर, द्वितीय पुरस्कार डॉ स्वदेश मल्होत्रा, तृतीय पुरस्कार रवींद्र कुमार कबीर तथा सांत्वना पुरस्कार के रूप में वेद प्रकाश द्विवेदी, दुर्गेश श्रीवास्तव, सुनीता पाठक, कात्यायिनी उपाध्याय, रीता शर्मा, आनन्द जायसवाल, संगीता आहूजा, डॉ. उपेन्द्र मणि त्रिपाठी, तथा इसी प्रकार कला प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों में प्रथम पुरस्कार प्रवीण कुमार, द्वितीय पुरस्कार कृपा शंकर, तृतीय पुरस्कार प्राची अग्रवाल, चतुर्थ पुरस्कार नैन्सी जायसवाल को प्रदान किया गया। 

कार्यक्रम में संयोजक शिव बक्श सागर तथा सहयोगी के रूप मनिराम विश्वकर्मा तथा रामदयाल का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में अन्य अतिथियों के रूप में हिन्दी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान के महामंत्री सम्राट अशोक मौर्य, मेनका सिंह, भारतीय मुकेश कुमार, कृष्ण देव प्रजापति आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंतिम में संग्रहालय के उपनिदेशक योगेश कुमार ने आये हुए दर्शको, स्रोताओं, अतिथियों, कलाकारों आदि को आभार व्यक्त किया।