श्रीकृष्णा मिशन हास्पिटल के चिकित्सकों ने बचा लिया नवजात बालिका की जान


बस्ती । श्रीकृष्णा मिशन हास्पिटल बरगदवा के चिकित्सकों ने अथक प्रयास से नवजात शिशु की प्राण रक्षा कर लिया। मुण्डेरवा क्षेत्र के हल्लौर नगरा निवासी गंगाराम की पत्नी गुडिया को प्रसव हेतु गंभीर स्थिति में भर्ती कराया गया था। नवजात शिशु का फेफडा काम नहीं कर रहा था और दिल बाये से दाहिनी ओर चला गया था। चिकित्सकों ने इसे चुनौती के रूप में लिया और आपरेशन के द्वारा एक दिन के नवजात बालिका की जान बच गई। वह एनआईसीयू में भर्ती है। चिकित्सकों के अनुसार अब वह खतरे से बाहर है। हास्पिटल के चेयरमैंन बसन्त चौधरी ने चिकित्सकों के टीम की सराहना करते हुये कहा कि श्रीकृष्णा मिशन हास्पिटल अनेक गंभीर मरीजों की जान बचाने में सफल रहा है। इसके पीछे चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों का समर्पण तो है ही, हास्पिटल में लगाई गई अत्याधुनिक मशीनें सहायक बन जाती है। पूरा प्रयास है कि हास्पिटल को इस प्रकार से विकसित किया जाय जिससे पूर्वान्चल के मरीजों को इलाज के लिये लखनऊ, दिल्ली, मुम्बई न भटकना पड़े। कोरोना संकट काल में श्रीकृष्णा मिशन हास्पिटल निरन्तर बेहतर सेवायें दे रहा है। चेयरमैंन बसन्त चौधरी ने बताया कि आयुष्मान भारत एवं बीमित मरीजों की सेवायें निष्ठा से की जा रही है। ठंड के मौसम को देखते हुये निमोनिया, दिमागी बुखार, सांस फूलने की समस्या को देखते हुये हास्पिटल में तैयारियां बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ की निगरानी में पूरी कर ली गई है। डा. मो. के.एस. अफसर ने बताया कि ऐसे मामले बहुत कम आते हैं, त्वरित आपरेशन के निर्णय से बालिका खतरे से बाहर है। परिजन हास्पिटल की सेवाओं से संतुष्ट है