◼️◼️◼️
रविवार को उ.प्र.माध्यमिक शिक्षक संघ की मण्डलीय वर्चुअल बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता मण्डलीय अध्यक्ष राम पूजन सिंह व संचालन महामंत्री संजय द्विवेदी ने किया। नेताद्वय ने कहा कि शिक्षक समस्याओं को लेकर आर-पार का संघर्ष का एलान कर दिया गया है। वित्तविहीन शिक्षकों व पुरानी पेंशन योजना पर सरकार की नीयत साफ नही लग रही है। विवश होकर प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर 11 सूत्रीय मांगों को लेकर 4 व 5 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों पर दो दिवसीय उपवास किया जाएगा, और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को प्रेषित करेंगे।
उन्होंने बताया कि 1 अक्टूबर को सभी मंडल मुख्यालय पर स्थित संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर उपवास का कार्यक्रम रखा गया है, जो 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर समाप्त होगा। इस दौरान मण्डलायुक्त को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। 2 से 10 नवम्बर के मध्य शिक्षा निदेशक माध्यमिक के कार्यालय पर क्रमिक उपवास का कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें बस्ती मण्डल 5 नवम्बर को प्रतिभाग करेगा। समापन कार्यक्रम के दिन शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन प्रेषित करेगा। लखनऊ में 14 व 15 सितंबर को मंडलवार राज्य परिषद की बैठक आयोजित की गई है। कोरोना संक्रमण के कारण सदस्यता अभियान की अंतिम तिथि 30 सितंबर तक कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि वित्तविहीन को मानदेय दिलाने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, तदर्थ शिक्षकों को विनियमित करने, ऑनलाइन स्थानांतरण प्रकिया का सरलीकरण करने, चिकित्सा भत्ता लागू करने, व्यवसायिक व कम्प्यूटर शिक्षकों को पद के प्रति समायोजित कर वेतन देने, विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को सेवा का लाभ देने, चयन आयोग के शिक्षकों को ज्वाइन कराने का मुद्दा प्रमुख है।
वर्चुअल बैठक में मार्कण्डेय सिंह, गिरिजानंद यादव, महेश राम, राम नारायण पांडेय, जय प्रकाश मिश्र, अजय प्रताप सिंह, विजय बहादुर सिंह, गुलाब चन्द्र मौर्या, जय गोपाल, विंध्याचल सिंह, गोपाल जी सिंह, अफजल खान, मंतोष मौर्या, विनोद चौरसिया, राघवेंद्र द्विवेदी, विनोद उपाध्याय, कमर आलम, अरशद जलाल सहित अन्य मौजूद रहे।