बस्ती, 13 अगस्त 2020
केन्द्र सरकार कोरोना के गैर उपचारित मरीज़ों के इलाज के साथ आम लोगों को संक्रमण से बचाने की दिशा में भी काम कर रही है। शरीर की प्रतिरोधक छमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सालयों के माध्यम से टेबलेट आयुष- 64 का वितरण किया जा रहा है। यह दवा केंद्र के आयुष मंत्रालय ने तैयार की है। हाई रिस्क वालों में इसका वितरण किया जा रहा है। चिकित्सक इसे काफी मुफीद मान रहे हैं।
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय कोर्ट एरिया बस्ती के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. वीके श्रीवास्तव ने बताया की कोरोना मरीज़ के करीब रहे हाई रिस्क वालों के संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे लोग अस्पताल में आकर अपना पंजीकरण करा सकते है। इनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दवा व नाक में डालने के लिए अणु तेल दिया जाता है। दवा जहां इम्यूनिटी में इज़ाफ़ा करती है वही तेल डालने से नाक की कैनाल की भी वॉयरस से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। नाक के ज़रिए संक्रमण का खतरा कम होता है। उन्होंने बताया के जो लोग दवा ले जा रहे हैं, उनका फॉलोअप होता है। अभी तक जिन लोगों ने इसका इस्तेमाल किया है वे इससे काफी संतुष्ट है। उन्होंने बताया की यह दवा मलेरिया व सीज़नल फीवर में भी काफी फायदेमंद है।
116 लोगों ने कराया पंजीकरण
आयुर्वेदिक अस्पताल कोर्ट एरिया में अब तक 116 लोगों ने पंजीकरण कराया है। 16 जून से यह व्यवस्था लागू है। ये लोग कंटेन्मेंट जोन में रहने वाले या किसी गैर उपचारित कोरोना मरीज़ के संपर्क में आए हुए हैं। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया की पंजीकरण के लिए आधार कार्ड लाना अनिवार्य है। अस्पताल में फॉर्म भरवाकर दवा दी जाती है।
सिम्पटम्स वालों को किया जाता है रेफर
आयुर्वेदिक अस्पतालों में कोरोना की विशेष ओपीडी संचालित की जा रही है। यहां आने वालों की जांच की जाती है। बुखार, खांसी, गले में संक्रमण व जुकाम होने की दशा में मरीज़ को कोविड जांच के लिए सीएचसी रेफर कर दिया जाता है।
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