कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को हुए बड़े एनकाउंटर में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए इसके बाद से पूरा पुलिस विभाग हरकत में आ गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए है, तो डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने खुद के डिपार्टमेंट के लिए इसे चुनौती बताते हुए एलान किया है कि 48 घंटों में मुख्य आरोपी को पकड़ लेंगे।
यूपी पुलिस बीते 24 घंटे से लगातार मोस्ट वांटेड बने विकास दुबे की तलाश में छापेमारी कर रही है। 8 पुलिसकर्मियों पर फायरिंग का आरोपी विकास दुबे घटना के बाद से ही छुकर बैठा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास दुबे को पुलिस रेड की जानकारी दी थी।
पुलिस की करीब बीस टीमें अलग अलग जिलों में दबिश दी हैं। इनमें विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित शामिल हैं। यूपी पुलिस ने इस मामले में 12 और लोगों को हिरासत में ले लिया और पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर हिरासत में लिया है।
सूत्रों ने बताया कि बीते 24 घंटे में इन लोगों ने विकास दुबे से बातचीत की बात है। सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि विकास के फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी मिले हैं।
इस दारोगा ने विकास दुबे को किया अलर्ट
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास दुबे को पुलिस के रेड की सूचना दी है। पुलिस के शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड आ गए हैं। तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर उनसे पूछताछ हो रही है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को कानपुर से सटे बिखारु गांव में तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच चली खूनी मुठभेड़ हुई। इसमें घात लगाकर बैठे विकास दुबे के साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में गिरोह के दो बदमाश भी मारे गए हैं।