सीएम योगी ने रेलवे चिकित्सालय में बने कोविड-19 वार्ड एवं नव विकसित कोविड लेवल-2 के 25 बेड की सुविधाओं का निरीक्षण किया


गोरखपुर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय गोरखपुर का निरीक्षण किये। ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय में 200 बेड का कोविड लेवल-। की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। जिसमें अभी तक कुल 563 मरीजों का सफलतापूर्वक ईलाज कर डिस्चार्ज किया गया है। मुख्य मंत्री ने इस हास्पिटल में नव विकसित कोविड लेवल-2 के 25 बेड की सुविधाओं का अवलोकन किये। इस संबंध में रेलवे प्रशासन द्वारा 25 बेड के वार्ड की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। इसके लिये 09 वेंटिलेटर की व्यवस्था की गयी है जिसमें 05 मैकेनिकल वेंटिलेटर तथा 04 नाॅन-इनवेसिव वेंटिलेटर है। साथ ही सभी 25 बेड के साथ आॅक्सीजन सिलेण्डर एवं अन्य उपयोगी चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराये गये हैं। 29 जुलाई 2020 से कोविड लेवल-2 हेतु 25 बेड उपयोग में लाये जाने की योजना बनायी गयी है।निरीक्षण के दौरान माननीय मुख्य मंत्री ने चिकित्सालय में कोरोना मरीजों के इलाज में बहुपयोगी कान्टेक्ट लेस रिमोट संचालित रोबोटिक ट्राली का उद्घाटन किया। ज्ञातव्य है कि यांत्रिक कारखाना, गोरखपुर में कोरोना मरीजों के इलाज में बहुपयोगी यह रोबोटिक ट्राली (केयर बाॅट) आतंरिक संसाधनों द्वारा विकसित की गई है। इसका उपयोग करोना मरीजों को दूर से दवा एवं भोजन आदि देने के लिये किया जायेगा, जिससे कोरोना मरीजों एवं चिकित्सा कर्मियों के बीच निकट से कोई आदान-प्रदान नहीं होगा तथा सोषल डिस्टेंसिंग बनी रहेगी। इसके उपयोग से पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पी.पी.ई.) के खपत में भी कमी आयेगी। यह ट्राली कोरोना मरीजों को एक बार में ही दवा एवं खाने का सामान तेजी से तथा स्वच्छता के साथ कुशलतापूर्वक देने में सक्षम है। इस ट्राली में लगे उपकरण (थर्मल स्कैनर) से मरीजों का दूर से ही बुखार भी नापा जा सकता है। इस ट्राली में 360 डिग्री एच.डी. विजन ऐप आधारित क्लाउड कैमरा लगा हुआ है। कैमरे के माध्यम से डाक्टर मरीजों से वीडियो कालिंग के माध्यम से वर्चुअल बातचीत कर सकते है। 25 मीटर रेन्ज वाली यह रोबोटिक ट्राली एक बार पूरी तरह चार्ज होने पर 120 मिनट तक लगातार कार्य कर सकती है। यह ट्राली 50 किग्रा. उठाने में सक्षम है। मरीजों के चिकित्सा प्रबन्धन में इससे काफी सुविधा होगी तथा सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहेगी।