पूर्व केंद्रीय मंत्री हुक्मदेव नारायण यादव ने पत्र लिख कर देशवासियों को चीन से किया आगाह


देश वासियों को मैं सत्य और तथ्य से अवगत कराने के लिए प्रसंग लिख रहा हूँ। भारत चीन सीमा विवाद 14 मई 1966 को लोकसभा में महान स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी चिंतक डॉ. लोहिया ने कहा था-"यूनाइटेड नेशन की 1950 की इयर बुक हैं। जिसके सफा 1010 पर दिया गया है- भारत का कुल क्षेत्रफल 31,62,454 वर्ग की.मी. हैं। उसी संयुक्त राष्ट्र की ईयर बुक 1964 के सफा 579 पर भारत का क्षेत्रफल 30 लाख 46 हजार 232 वर्ग की.मी. लिखा गया है। भारत भी उस संस्था का सदस्य हैं। दोनों क्षेत्रफलों की तुलना की जाए और घटाया जाए तो भारत की एक लाख 22 हजार 222 वर्ग की.मी. जमीन गायब हैं।



सर्वे ऑफ इंडिया के अनुसार 1953 में हमारा क्षेत्रफल 12 लाख 69 हजार 640 वर्ग मील था। 1964 में उसी रिपोर्ट में भारत का क्षेत्रफल घटकर 12 लाख 61 हजार 597 वर्ग मील रह गया है। इस बीच 8043 वर्ग मील जमीन गायब हो गई हैं।" अब देश के युवावर्ग राष्ट्रीयता के लिए समर्पित लोग चिंतन करें कि इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं। जो जिम्मेदार हैं उन लोगों ने देश के प्रति राष्ट्रद्रोह का काम किया है और गद्दारी की है। जन्म से नागरिक होना महत्त्वपूर्ण बात है। किसी विदेशी को नागरिकता देना औपचारिकता होती हैं। श्रीमती सोनिया गांधी जन्म से विदेशी हैं। उनके माता-पिता, कुल-कुटुम्ब ,संस्कृति ,सभ्यता और आचार-विचार विदेशी हैं। उन्हें कैसे नागरिकता दी गई और सभी आवश्यक कागज़ातों की जाँच की गई या नही, उस पर भी गम्भीरता से विचार करना चाहिए। देश का दुर्भाग्य है कि देश ऐसे राजघराने और सत्ता लोलुप लोगों की संख्या काफी रही हैं, जिन्होंने मुग़लशासन और अंग्रेजी राज की वफादारी की थी। स्वतन्त्रता की लड़ाई लड़ने वालों का दमन किया था। वैसे ही गद्दारों को आज़ादी के बाद सम्मानित किया गया। आज भी उसी वंश के लोग राजनीति और प्रशासन में तथा अन्य क्षेत्रों में सम्मानित हो रहे हैं। लोहिया इस ओर काफी चेताया था। उन्होंने 21 अगस्त 1963 को लोकसभा में कहा था-"एक दल हो जो 15 अगस्त 1947 की सीमा रखने वालों का हो और दूसरा दल हो जो 8 सितम्बर 1962 की सीमा रखने वालों का हो।" अब देश के युवावर्ग को आर-पार की लड़ाई लड़नी हैं। भारत नेतृत्त्व सक्षम, सबल, सशक्त औऱ राष्ट्र के लिए पूर्ण समर्पित प्रधानमंत्री के हाथ मे हैं। भारत अपना गौरव प्राप्त करेगा।


- लेखक पूर्व सांसद हुक्मदेव नारायण यादव