पचपेड़िया की सड़क 1 किलोमीटर गड़हे में तब्दील,शहर को हाईवे से कनेक्ट करती है ये सड़क


बस्ती। राष्ट्रीय राजगमार्ग को बस्ती शहर से जोड़ने वाले पचपेड़िया रोड की हालत सभी जानते हैं। करीब 1 किमी मीटर सड़क गड्ढों में तब्दील हो गयी है। बरसात के दिनों में स्थिति नारकीय हो जाती है। राहगीरों का गिरना, दुर्घटाग्रस्त होना आम बात है। स्थानीय नागरिक सड़क की मरम्मत के लिये दो साल से संघर्ष कर रहे हैं। साल 2019 के मई जून में स्थानीय नागरिकों के सहयोग से व्यापारियों ने बड़ा आन्दोलन छेड़ा था।


कभी दो दिन बाद काम शुरू कराये जाने तो कभी डीपीआर भेजे जाने की बात कहकर स्थानीय प्रशासन और नेता नागरिकों को गुमराह करते रहे। बीच में गड्ढों को भरवाने के लिये 19 लाख 91 हजार का बजट आया। नगरपालिका ने बाहर से इसमें कोई मैटेरियल न डालकर जेसीबी चलवाकर गड्ढों की लेवलिंग करवा दी। मामला बंदरबांट तक सिमटकर रह गया। सड़क को हाटमिक्स प्लांट से बनवाने के लिये डीपीआर भेजा गया था, स्वीकृत हुआ और अब 1 करोड़ 26 लाख का बजट मिला।


 


टेण्डर भी हुआ, स्थानीय नागरिकों को उम्मीद जगी कि सड़क बन जायेगी। दो महीने का वक्त सेटिंग में बीत गया। नतीजा ये हुआ कि टेण्डर निरस्त करा दिया गया है। सांसद का कहना है कि मै निर्माण में बाधा बनूं इसका सवाल ही नही उठता, टेण्डर जिलाधिकारी ने निरस्त किया होगा, निश्चित रूप से इसमें जो प्रक्रिया अख्तियार की गयी वह पारदर्शी नही रही होगी। फिलहाल स्थानीय प्रशासन, सरकार और नेताओं की लचर कार्यशैली से नाराज स्थानीय नागरिकों डीएम को नोटिस देकर एक बार फिर आन्दोलन की चेतावनी दिया है।