गाजियाबाद में पेंसिल बम बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग,7 मरे 4 घायल, अवैध रूप से चल रही थी फैक्ट्री


गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पेंसिल बम बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग लग गई है। आग लगने के बाद फैक्ट्री में हुए धमाके में 7 लोगों के मारे जाने की खबर है। लगभग 4 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घटना मोदीनगर तहसील के पास बरखवा गांव की है। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पातल में भर्ती करा दिया है। आग पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड और पुलिस की टीम घटनास्थल पर मौजूद है।


इस अवैध फैक्ट्री में बर्थडे केक पर लगने वाले पेंसिल बम और मोमबत्ती बनाई जाती है। फैक्ट्री में महिलाओं और बच्चे भी काम करते थे। पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री में रविवार को भी बम बनाने का काम चल रहा था। आशंका है कि उस वक्त फैक्ट्री के अंदर करीब 30 लोग काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक एक धमाका हुआ और आग लग गई। देखते ही देखते फैक्ट्री में एक के बाद एक कई धमाके हुए और पूरी फैक्ट्री आग की चपेट में आ गई।


हादसे की सूचना मिलने के तत्काल बाद ही पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंच गई। आग बुझाने का काम जारी है। घायलों को निकालकर अस्पताल भेजने का काम किया जा रहा है। घायलों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। ग्रामीणों ने बताया कि यह फैक्ट्री अवैध रूप से आवासीय क्षेत्र में करीब पांच साल से संचालित हो रही थी। इसकी पूरी सूचना पुलिस और प्रशासन को थी, बावजूद इसके इसे बंद कराने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।


अवैध फैक्ट्री में हुए धमाके में लोगों की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने मौके पर पहुंचे डीएम और एसएसपी को घेर लिया है। आक्रोशित लोग शवों को घटनास्थल से नहीं हटाने दे रहे हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इसी बीच उ.प्र. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के मोदीनगर के बखरवा गांव में मोमबत्ती कारखाने में आग लगने की घटना में DM एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को मौके पर पहुंचकर घटना के घायलों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं और घटनास्थल की जांच कर आज शाम तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।


गाजियाबाद जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने कहा कि, जिसके परिसर में काम हो रहा था उनके खिलाफ FIR करने के निर्देश दिए गए हैं। मृतकों के परिवार को प्रति परिवार 4 लाख रुपये मुआवजे की राशि और घायलों का निशुल्क इलाज कराया जाएगा और उन्हें 50,000 रुपये की राशि दी जाएगी। यहां प्रथम दृष्टया पहुंचने पर ये जानकारी मिली और हम लोग इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि चौकी इंचार्ज की भूमिका बहुत नकारात्मक रही है और तत्काल प्रभाव से उनको निलंबित कर दिया गया है। पूरी घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।