बस्ती :- थाना-हर्रैया पुलिस द्वारा मु0अ0सं0 166/2020 धारा 302/201 IPC से सम्बंधित अभियुक्त अमर सिंह को किया गया गिरफ्तार ।
पुलिस अधीक्षक बस्ती श्री हेमराज मीना के आदेश के क्रम में जनपद में अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत क्षेत्राधिकारी हरैया श्री शिव प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष हरैया श्री सर्वेश राय मय टीम द्वारा दिनांक 28.07.2020 को मुखबीर की सूचना पर मु0अ0सं0 166/2020 से सम्बन्धित अभियुक्त अमर सिंह को बस स्टाप के थोड़ा बगल NH 28 पर गौहनिया मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया।
*गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण*-
1.अमर सिंह पुत्र श्याम प्रताप सिंह उर्फ मिल्लू सिंह सा0 खम्हरिया सुजात थाना हरैया जनपद बस्ती ।
*घटना का संक्षिप्त विवरण*-
दिनांक 23.07.2020 को वादी मुकदमा श्री रामकुमार ग्राम चौकीदार थान्हाखास थाना हरैया जनपद बस्ती की तहरीरी सूचना के आधार पर ग्राम थान्हाखास में लालती देवी पत्नी स्व0 अष्टभुजा श्रीवास्तव का शव मिलने पर थाना हरैया पर तस्करा फौती अंकित कर पंचायत नामा की कार्यवाही कर पोस्ट मार्टम हेतु भेजा गया था । पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के अवलोकन के आधार थाना हर्रैया पर मु0अ0सं0 166/2020 धारा 302/201 IPC बनाम अज्ञात पंजीकृत हुआ । विवेचना के दौरा व बयान गवाहान व अन्य हासिला साक्ष्य के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में अभियुक्त अमर सिंह पुत्र श्याम प्रताप सिंह उर्फ मिल्लू सिंह सा0 खम्हरिया सुजात थाना हरैया जनपद बस्ती का नाम प्रकाश में आया।
*पूछताछ का विवरण*-
पूछताछ के दौरान अभियुक्त द्वारा बताया कि मृतका लालती देवी जो मेरे गांव की लड़की थी तथा इनकी शादी स्व0 अष्टभुजा लाल श्रीवास्तव से हुई थी, इनके घर मैं आता जाता था । मैं अक्सर उनके यहां जाता था तथा उन्हें काफी पैसा कमा कर दिया था । इस समय मेरा छोटा भाई राज सिंह जेल में है जिसकी जमानत के लिए पैसे की जरूरत थी । मैनें उनसे पैसा मांगा तो देने से मना कर दी, दिनांक 20.07.2020 को ही जब मैं उनके घर रूका था तो इसी दौरान वह मेरे जेब से करीब तीस हजार रूपया जो मैं बचा कर रखा था, उसे भी चुरा ली । मैं उनसे पैसे मांगने लगा तो झगड़ने लगी तथा विवाद करने लगी, मैनें उन्हें वहीं बरामदे पर तख्ते पर जिस पर वह लेटी थी मैं भी उसी तख्ते पर बैठ कर उनसे बात कर रहा था मैनें उन्हे पटक कर अपने बायें घुटने को उनके सीने पर रखकर दबा दिया , मुझे लगा कि वह अभी जिन्दा है तो उनकी साड़ी को गले में लपेट कर कस दिया और शव को जल्दी जल्दी छिपाने के उद्देश्य से मकान के सामने झाड़ी में ले जाकर लाश को छिपा दिया । मौके से तेजी से भाग कर आया उनके कमरे का दरवाजा बंद कर मैं रात में ही वहां से भाग कर घर आया अगले दिन सुबह मैं घर से भाग कर अपने मामा के यहां सूपा बाजार जनपद सिद्धार्थनगर चला गया । वहां पर जब लोग कई दिन रूकने का कारण पूछने लगे तो कल दि0 27.07.2020 को वापस आ गया । आज लखनऊ जा रहा था कि पकड़ा गया । मैनें उनकी लाश छिपाने के बाद अपने पैसे खोजे तो मुझे कमरे मे जो पास बुक व आधार कार्ड मिला है इसी पन्नी में लपेट कर मेरा तीस हजार रूपया मिला जिसे मै पन्नी सहित लेकर वहां से भाग गया । वह पैसे मुझसे खर्च हो गया है । उन्हे करीब 70 - 80 हजार रूपये थोड़ा थोड़ा करके दिया था उन्होनें उन पैंसों को जब मुझे जरूरत थी तो नही दिया और अभी कुछ दिन पहले मेरे भाई को भी इन्ही के कारण जेल हो गयी। इन्होनें ही पुलिस को गवाही दी थी । इसी कारण से मैनें इन्हे मारा है ।
*गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम का विवरण*-
1. थानाध्यक्ष हरैया श्री सर्वेश राय
2. का0 अभिषेक यादव
3. का0 संदीप कुमार मिश्र थाना हरैया जनपद बस्ती ।