भारत ने फॉरवर्ड बेस पर तैनात किए लड़ाकू विमान, आसमान में गरज रहे हैं जेट्स, वायुसेना चीफ ने लिया तैयारियों का जायजा

भारत और चीन के बीच इस वक्त तनाव की स्थिति बनी हुई है. किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सेना से लेकर वायुसेना अलर्ट पर है. इस बीच बुधवार की देर रात को वायुसेना प्रमुख RKS भदौरिया ने लेह एयरबेस का दौरा किया. वायुसेना इस वक्त लेह-लद्दाख इलाके में अलर्ट पर है, ऐसे में इस दौरे की अहमियत काफी अधिक है.


सूत्रों की मानें तो वायुसेना प्रमुख RKS भदौरिया बुधवार रात को श्रीनगर-लेह एयरबेस पर पहुंचे. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख एमएम नरवणे से मुलाकात करने के बाद ये दौरा शुरू हुआ था.


चीन के साथ जारी विवाद में बॉर्डर के पास लेह और श्रीनगर एयरबेस काफी अहम हैं. ऐसे में वायुसेना प्रमुख ने यहां की तैयारी और जरूरतों का जायजा लिया. 


बता दें कि वायुसेना ने मिराज 2000 की फ्लीट को भी लद्दाख क्षेत्र के पास मूव कर लिया है, ताकि चीन के पास बॉर्डर पर तुरंत मूव किया जा सके. इसी फ्लीट ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी. इससे पहले सुखोई-30 को भी अलर्ट पर रखा गया और ऊपर के एयरबेस पर भारत-चीन सीमा पर पूर्वी लद्दाख में तनाव के बीच लेह से लद्दाख तक आसमान में लड़ाकू विमान गरज रहे हैं तो हेलीकॉप्टर्स की आवाजाही भी बढ़ गई है। भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को अग्रिम बेसों पर तैनात कर दिया है। इस बीच वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया ने लेह और श्रीनगर एयरबेस का भी दौरा किया है, जोकि किसी विषम परिस्थिति में सबसे अहम होंगे। 


इस बीच भारत ने सुखोई 30MKI, मिराज 2000 और जगुआर फाइटर जेट्स को अडवांस पोजिशन में तैनात कर दिया है जहां से वे तुरंत उड़ान भर सकते हैं। भारतीय सेना के जवानों की मदद के लिए अमेरिकन अपाचे अटैक हैलीकॉप्टर्स को भी तैनात कर दिया है। चिनूक हेलीकॉप्टर्स को भी लेह में तैयार रखा गया है। Mi 17V5 मीडियम लिफ्ट चॉपर्स भी सेना और सामानों की आपूर्ति में अहम योगदान दे रहे हैं।