टीम 11 के साथ बैठक कर योगी ने शिक्षकों की भर्ती प्रवासी मजदूरों के आगमन, स्वास्थ जांच, क्वारेंटन,स्किल डाटा पर निर्देश जारी किए


लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से प्रदेश में बने हालातों की समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा है कि कोर्ट के निर्णय से 69000 शिक्षकों की भर्ती का मार्ग प्रशस्त हुआ है. इससे प्रदेश के विद्यालयों को योग्य शिक्षक मिलेंगे. राज्य सरकार का पक्ष और रणनीति सही थी. एक सप्ताह के अंदर प्रक्रिया सभी पूरी करके शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी करने के निर्देश दिए जा चुके हैं.
सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकारों से यूपी के प्रवासी कामगारों और श्रमिकों की जिलेवार सूची मांगी है. प्रदेश सरकार के सभी 7 लाख प्रवासी मजदूरों को वापस लाना चाहती है. जो राज्य सरकारें सूची उपलब्ध करवा रही हैं, उन्हें लाने की व्यवस्था हम दे रहे हैं. यूपी आने वाले प्रत्येक श्रमिक और कामगार का स्किल डाटा तैयार किया जा रहा है. होम क्वारंटाइन पूरा होते ही स्किल के आधार पर यूपी के अंदर ही रोजगार दिलाने की तैयारी है.
उन्होंने आगे बताया कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों को लेकर 37 ट्रेनें आ चुकी हैं. इससे 30 हजार से अधिक मजदूर आए हैं. इसमें गुजरात से 24 ट्रेनें पहुंची थीं. इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से 30 हजार से अधिक श्रमिक एक सप्ताह के अंदर लाए गए हैं. इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में भी साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिक यूपी लाए गए थे. दो लाख प्रवासी कामगार एक महीने में आ चुके थे.
प्रवासी मजदूरों को लेकर आज गुरुवार को भी 20 ट्रेनें आएंगी. शुक्रवार को 25 से 30 ट्रेनें प्रवासी मजदूरों को लेकर पहुंचेंगी. जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि सभी मजदूरों से सहानुभूतिपूर्वक सम्मानजनक व्यवहार रखें. 


सीएम योगी ने कहा कि हम यहां आने वाले हर प्रवासी को जांच के लिए क्वारंटाइन सेंटर में रखने और उन्हें सुरक्षित घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं. साथ ही प्रत्येक श्रमिक को खाद्यान्न और 1000 रुपये का भरण पोषण भत्ता भी दे रहे हैं.


सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश में क्वारंटाइन सेंटरों की क्षमता अब 12 लाख से ज्यादा की हो गई है. सभी में चेकअप के लिए 50 हजार से अधिक मेडिकल टीमें लगाई गई हैं.