पंजाब में नांदेड़ से लौटे करीब 400 सिख यात्री संक्रमित,दिग्विजय सिंह बोले क्या तबलीगी जमात से कोई तुलना है इसकी


पंजाब में बड़ी संख्या में सिख तीर्थ यात्रियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि सिख तीर्थ यात्रियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने से पंजाब में खतरा पैदा हो गया है. क्या इसकी तबलीगी मरकज से कोई तुलना की जा सकती है.


दिग्विजय सिंह ने इंडिया टुडे की एक खबर को ट्विटर पर साझा किया और सवाल किया कि क्या सिख तार्थ यात्रियों की तुलना तबलीगी मरकज मामले से की जा सकती है? उन्होंने लिखा, 'सिख तीर्थ यात्रियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने से पंजाब में खतरा पैदा हो गया है. क्या इसकी तबलीगी मरकज से कोई तुलना की जा सकती है?'


बता दें कि शनिवार रात तक के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट के नांदेड़ से लौटे सिख श्रद्धालुओं की वजह से पंजाब में कोरोना के आंकड़े में तेजी से इजाफा हुआ है. पंजाब में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 780 हो गई है. इनमें से कोरोना के 400 मामले पिछले 72 घंटे में बढ़े हैं, जिसमें से नांदेड़ से आए 391 तीर्थ यात्री हैं.


पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी माना कि राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बड़ा हिस्सा सिख तीर्थ यात्रियों का शामिल है. ई-एजेंडा आजतक में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को कहा था कि पंजाब में कोरना तीन रास्तों से आया. पहला एनआरआई, दूसरा नांदेड़, तीसरा राजस्थान और दूसरे राज्यों से आए लोग. उन्होंने बताया कि शुरुआत में कोरोना संक्रमण को पंजाब ने काबू कर लिया था. लेकिन बाद में नांदेड़ और बाकी जगह से आए लोगों से संक्रमण फ़ैल गया.
सुर्खियों में रहा तबलीगी जमात
असल में, मार्च में दिल्ली स्थित तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देशभर के लोग जुटे थे. उनमें कुछ विदेशी भी थे. उसी दौरान लॉकडाउन का ऐलान हो गया और काफी लोग निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के कार्यालय में ही फंसे रह गए. इनमें कई कोरोना संक्रमित हो गई. देश के दूसरे हिस्सों से आए तबलीगी जमात के लोग भी संक्रमित पाए गए. कुछ की मौत भी हो गई. इसे मामले को लेकर काफी बवाल और लंबे समय तक सुर्खियों में रहा.