मां अपने मासूम बच्चे को सूटकेस पर लिटाकर सूटकेस रस्सी से खींचते हुए पैदल ही अपने गंतव्य को हुई रवाना


आगरा। कोरोना वायरस संकट काल में लॉकडाउन के बीच गैर राज्यों में फंसे श्रमिक अपने घरों को लौट रहे हैं। इन कामगारों व श्रमिक परिवारों की कई मार्मिक तस्वीरें सामने आ रही हैं। कहीं कोई बैल के साथ बैलगाड़ी में जुतकर परिवार को खींच रहा है तो कहीं भूंसे की तरह सीमेंट मिक्सिंग गाड़ी में ठूसा अपने गंतव्य की तरफ बढ़ रहा है। जिन्हें लौटने के लिए साधन मिल गए, वे खुशनसीब हैं, अन्यथा लाखों लोग सड़क पर पैदल सफर तय कर रहे हैं। बुधवार को ताजनगरी आगरा में श्रमिकों का एक जत्था पंजाब से लौटकर महोबा जा रहा था। इस जत्थे में महिलाएं व बच्चे भी थे। इसी जत्थे में शामिल एक मां अपने मासूम बच्चे को सूटकेस पर लिटाकर पैदल चल रही है। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


सूटकेस पर सोया है बच्चा, रस्सी के सहारे खींच रही मां
सूटकेस पर सोया है बच्चा, रस्सी के सहारे खींच रही मां
वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चा पहिए वाले सूटकेस पर सोया हुआ है और मां उसे एक रस्सी के सहारे खींचते हुए चल रही है। महिला बताती है कि उसे महोबा (झांसी) जाना है। मजदूरों का यह दल पंजाब से ही पैदल महोबा के लिए निकला है। इस दल में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इस जत्थे में शामिल धीरज नाम के शख्स ने बताया कि वे पंजाब से लौट रहे हैं। इसी तरह पैदल चलते अभी तक का सफर पूरा किया है। जहां रात हो जाती है, वहीं ठहर जाते हैं। रास्ते में कुछ लोगों ने राशन दिया है, वही बनाकर खा लेते हैं।


इंदौर में बैलगाड़ी का वीडियो आया था सामने
इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में बैल के साथ जुता हुआ इंसान दिखा। वीडियो में राहुल नाम का मजदूर कहता है कि महू में रोजी-रोटी छीन गई। परिवार के साथ इंदौर के गांव जा रहा हूं। पेट भरने के लिए एक बैल बेचना पड़ा। इसलिए बैलगाड़ी में दूसरे बैल की जगह कभी वह तो कभी उसकी पत्नी बारी-बारी से परिवार को खींच रहे हैं।


सीएम योगी ने धैर्य बनाए रखने की अपील की है
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अलग-अलग राज्यों से पलायन कर लौट रहे श्रमिकों से धैर्य बनाए रखने की अपील की थी। सीएम ने कहा था कि जो जहां है वह वहीं रुक जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को भी निर्देश दिया था कि इन श्रमिकों को उनके गंतव्य तक बसों से भेजा जाए, लेकिन रोजाना सैकड़ों की तादात में श्रमिकों की पैदल, साइकिल या ट्रकों पर लदकर वापस लौटने की तस्वीरें सामने आ रही हैं। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने फोन पर बताया कि, जो भी मजदूर जहां है अगर वहीं से जानकारी देता है तो प्रशासन तत्काल उनके रहने व खाने की व्यवस्था कर रहा है। बस की व्यवस्था कर उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा रहा है। जगह जगह शेल्टर होम की भी व्यवस्था की गई है।


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