मृतक हसनैन के जनाजे में शामिल सिद्दीक और रफीक सहित 11 लोग कोरेंटाइन किए गए


हर्रैया (बस्ती) ।जिला मुख्यालय के तुरकहिया मोहल्ला निवासी हसनैन के जनाजे में शामिल सिद्दीक और रफीक के परिवार के चार महिलाओं सहित 11 लोगो को जिला अस्पताल में भेजकर क्वारंटीन किया गया।


 ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के नेतृत्व में चार एम्बुलेन्स, पुलिस और अधिकारियों की गाड़ी मोहल्ले में पहुँची तो हडकम्प मच गया।


 पहले से ही होम क्वारंटीन किए गए परिवार के लोग जाने को तैयार नही हो रहे थे लेकिन समझा-बुझाकर उन्हें एम्बुलेन्स पर बैठाया गया।


              गौरतलब है कि हसनैन की मौत गोरखपुर मेडिकल कालेज में कोरोना से हुई थी। नगर पंचायत के गांधीनगर वार्ड निवासी सिद्दीक, फकीर, सिद्दीक की पत्नी कमरजहां एवं चालक अनिल का नाम उनके जनाजे में शामिल होने का मामला दो अप्रैल को प्रकाश में आने के बाद चारो को ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट द्वारा कैली मेडिकल कालेज में क्वारंटीन किए जाने के बाद कस्बे के 24 घरो को दोनो तरफ से सील कर पुलिस लगा दिया गया।


 आठ अप्रैल को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद चारो को डिस्चार्ज कर दिया गया लेकिन उनके घर पहुंचने पर मोहल्ले को सील कर ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस ने अन्दर नही जाने दिया तथा सूचना ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट को दिया और चारो को पुनः कैली मेडिकल कालेज भेज दिया गया।


 इधर हसनैन के परिवार के अन्य लोगो का रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन द्वारा सर्तकता बरतते हुए उनके जनाजे में शामिल तथा बीमारी के दौरान मिलने-जुलने वालो को मेडिकल कालेज भेज जाने का निर्णय लिया। सोमवार को अपरान्ह तीन बजे ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट तहसीलदार चन्द्रभूषण, ईओ डाॅ. गणेश कन्नौजिया, सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र के अधीक्षक डाॅ. आर. के. सिंह की टीम तथा सेनेटाइजर टीम मौके पर पहुंची तो मोहल्ले में हडकम्प मच गया।


 एम्बुलेन्स तथा दोनो के परिवार के लोगो तथा उनके घरो को सेनेटाइज किया गया। तत्पश्चात सिद्दीक के पुत्र अब्दुल सलाम, परवेज, वसीम और उनकी पुत्री बेबी, रिजवाना, फिरदौस तथा फकीर के पुत्र मो. सलीम, सद्दाम और पुत्री साइस्ता तथा पत्नी सहित 11 लोगो को तीन एम्बुलेन्स से कैली मेडिकल कालेज बस्ती पहुंचाया।


 ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट ने कहा कि एहतियात के तौर पर उक्त लोगो को ले जाया जा रहा है। 14 दिन के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर वापस घर भेज दिया जायेगा।