कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार में हो रही लोगो को दिक्कत,सरकारी गाइड लाइन है कारण


नईदिल्ली । पूरे विश्व के साथ-साथ अब भारत में भी कोरोना वायरस खतरनाक रूप लेता जा रहा है। भारत में अब तक 5000 से ज्यादा लोग कोरोनावायरस के संक्रमण में आ गए हैं जबकि लगभग डेढ़ सौ लोगों की इस से मौत हो गई है। कोरोना वायरस के कारण मरे हुए लोगों के अंतिम संस्कार को लेकर कई तरह की बातें कही जा रही है। इसके अलावा जो सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी हुई है उसे पूरा करने में परिवार वालों को काफी परेशानी भी होती है। यही कारण है कि कोरोना वायरस के शिकार लोगों का अंतिम संस्कार रीति-रिवाजों के साथ संपन्न नहीं हो पा रहा है। सरकार के गाइडलाइंस के अनुसार मृतक व्यक्ति के चेहरे के अलावा कोई भी भाग नहीं देखा जा सकता है। इसके अलावा शरीर को नहीं दिखाया जा सकता है। गले या माथे को चुमना भी खतरनाक साबित हो सकता है।


 
आपको बता दें कि कोरोना मुख्यतः ड्रॉपलेट्स से फैलता है यानी कि खांसी या सर्दी से जो बूंदे आपके मुंह से बाहर निकलती है वही कोरोनावायरस के फैलाव का मुख्य कारण है। इसी कारण कोरोनावायरस से मरे व्यक्ति के शव को छूने से पहले ग्लब्स, मास्क, चश्मा और किट आदि पहन कर ही जाएं। शव को कीटाणु रहित बैग में ही रखा जाता है। शव के नाक, मुंह, कान सबसे पहले बंद कर दिया जाता है। यह सारी बातें सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार हम आपको बता रहे हैं। अस्पताल के चादर, गद्दा आदि को सुरक्षित रखने के लिए अच्छे से साफ करवाया जाता है या फिर उसे फेंक दिया जाता है। शव पर किसी भी प्रकार का लेप नहीं लगाया जाता है। उसे 4 डिग्री पर सुरक्षित तरीके से फ्रिज में रखना होता है। पीपीई किट पहनकर ही शव का पोस्टमार्टम किया जाता है। जब मृत व्यक्ति के शरीर को उसके परिवार वालों को सौंपा जाता है तो शव के खुले भाग को संक्रमण मुक्त किया जाता है।
 
गाइडलाइंस के अनुसार शव को पकड़ कर विलाप करना या फिर उसके आसपास जाना भी खतरनाक हो सकता है। इसीलिए अंतिम संस्कार के दौरान सतर्कता बरती जाती है। कोरोना संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार गैस या इलेक्ट्रॉनिक चेंबर में ही किया जा रहा है। साथ ही साथ अंतिम संस्कार प्रशासन और डॉक्टर्स की मौजूदगी में ही करने की हिदायत दी जा रही है। अंतिम संस्कार के दौरान लोगों का भीड़ वहां ना रहे। अंतिम संस्कार में कम से कम लोग शामिल हो। इन्हीं सब कारणों से कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के मौत के बाद उसके परिवार वाले भी अंतिम संस्कार से कतरा रहे हैं। समाज में भी शवों को लेकर कई प्रकार की अफवाहें फैल रही है। इसके अलावा संक्रमण को देखते हुए लोग अंतिम संस्कार से दूर ही रहना चाहते हैं। कई बार ऐसे मौके भी आए हैं जब मृतक के अपने भी उसके अंतिम संस्कार से दूर हो जा रहे हैं और प्रशासन को ही मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है।


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