गांव में बहुत लोगो ने पहली बार देखा है कर्फ्यू जैसे हालात,1992 में भी ऐसा मंजर नहीं रहा


बस्ती : लोग कह रहे हैं,  ऐसा कभी नहीं देखा। बुजुर्गों ने भी नहीं सुनाया। पहली बार गांव में हॉटस्पॉट का मतलब समझा। गांव में क‌र्फ्यू जैसी स्थिति है। अदृश्य दुश्मन कोरोना शायद इसी से हारेगा। यह चर्चा चल रही है कोरोना के चलते हॉटस्पॉट बने मुंडेरवा के गांव जमोहरा में। पूछने पर चर्चा में शामिल कोई भी अपना नाम डर के मारे नहीं बता रहा हैयहां छिपे मिले नौ जमातियों में से दो के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। गांव के चारों तरफ बैरीकेडिग कर दी गई है। अदृश्य दुश्मन कोरोना से जंग के लिए सख्ती, शासन-प्रशासन की विवशता बन गई है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहले नौ जमातियों को क्वारंटाइन के लिए भेजा। इसके बाद इनके संपर्क चेन से जुड़े एक-एक कर 45 लोग महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज पहुंचाए गए। इनमें से तीन कोरोना संक्रमित मिले हैं। बाकी 42 लोग क्वारंटाइन किए गए हैं। गांव के लगभग हर घर से एक सदस्य को क्वारंटाइन किया गया है। खाद्यान्न किट, लंच पैकेट वितरित न करने का आरोप- प्रशासन की ओर से सब्जी की गाड़ी दिन में एक बार भेजी जा रही है। गांव में ही सब्जी खरीदने की सहूलियत मिल रही है। आरोप है कि जरूरतमंदों के लिए खाद्यान्न किट एवं लंच पैकेट अभी तक नहीं भेजा गया है। ग्राम प्रधान मोहसिन खान ने बताया कि कोटे की दुकान से नि शुल्क राशन कार्डधारकों में वितरित कराया गया