बस्तीः कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये आयुष मंत्रालय ने आरोग्य सेतु एप डेवलप किया किया है जो घर बैठे आपको 11 भाषाओं में संक्रमण के खतरे की जानकरी देगा। एक बतायेगा कि आपको कोरोना का कितना खतरा है तथा आपको चिकित्सक से परामर्श लेने की जरूरत है या नहीं। इस एप्लीकेशन में कोरोना के रिस्क की केलकुलेशन कंप्यूटर विज्ञान की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विधि द्वारा की जाएगी। साथ ही इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय भी बताये हैं। इस बात की जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अमित खेरे ने पत्र के माध्यम से सभी जिलों को दी है। इस एप को एंड्रायड व एप्पल दोनों ही प्रकार के यूजर इस्तेमाल कर सकेंगे। एंड्राइड यूजर गूगल स्टोर से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर सकते हैं।
एप के खास फीचर्सः
आरोग्य सेतु एप के दो सबसे खास फीचर्स है। पहला यह कि इसमें राज्यवार कोरोना हेल्प सेंटर के फोन नंबर्स की लिस्ट तथा दूसरा सेल्फ असेसमेंट है। इस फीचर के जरिए आप यह जांच कर सकते हैं कि आपको कोरोना वायरस का खतरा है या नहीं। इसके अलावा अगर आपमें कोरोना से जुड़े कोई लक्षण दिखते हैं तो यह एप सेल्फ-आइसोलेशन से जुड़े निर्देश देता है।
ट्रेवल हिस्ट्री पर रहेगी नजर
कोरोना सेतु एप आपकी ट्रेवल हिस्ट्री पर नजर रखेगी। इंस्टाल करते समय यह आपके फोन के नंबर, ब्लूटूथ तथा लोकेशन का एक्सेस मांगेगी। यह एप यूजर के डाटा को इंक्रीप्शन के आधार पर उसके ही फोन में सेव करेगी इसलिए यूजर का डेटा कोई यूज नहीं कर सकेगा तथा सेफ रहेगा.
एप करेगा सतर्क
यदि आपने अपने फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर ली है तो यह आपसे शुरूआत में पूछी गई जानकारी के आधार पर बताएगी कि आपको कोरोना का कितना खतरा है। यदि आप किसी कोरोना आशंकित मरीज के संपर्क में आ जाते हैं तथा उस संक्रमित व्यक्ति ने भी अपने फोन में आरोग्य सेतु एप इंस्टाल की हुई है। ऐसे में उस व्यक्ति का टेस्ट पॉजिटिव आने पर आपके फोन में इंस्टाल की गई आरोग्य एप आपको नोटिफिकेशन के माध्यम से सतर्क कर देगी कि आपको भी कोरोना संक्रमण का खतरा है।
शरीर की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिये दिन-भर गर्म पानी का सेवन करें, प्रतिदिन लगभग 30 मिनट योग एवं प्राणायाम का अभ्यास करें, भोजन में हल्दी, जीरा एवं धनिया का प्रयोग अवश्य करें। रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने के लिये सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश जरुर लें। हर्बल टी का इस्तेमाल करें या तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सूखी अदरख एवं मुनक्का का काढ़ा बनाकर दिन में एक से दो बार लें। 150 मिलीग्राम गर्म दूध में आधी चम्मच हल्दी मिलाकर एक से दो बार सेवन करें।
खुद को सुरक्षित रखें
नाक के दोनों छिद्रों में नारियल तेल, तिल तेल या घी सुबह और शाम डालें, एक चम्मच तिल तेल या नारियल तेल को मुँह में बिना निगलें 2 से 3 मिनट तक रखें एवं इसके बाद गर्म पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा दिन में एक से दो बार किया जा सकता है, यदि कंठ में दर्द हो या सूखी खाँसी हो तब पुदीना एवं अजवायन की भांप लें। लौंग के पाउडर को चीनी या शहद में मिलाकर दिन में 2 से 3 बार सेवन करें. यदि खाँसी लंबे समय तक हो तो चिकित्सक की सलाह जरुर लें।