बस्ती। कोरोना वायरस को लेकर देश भर में लॉकडाउन है। महानगरों की धुआं उगलती फैक्ट्रियों में ताला लग गया है। वहां के कामगार व श्रमिकों के हाथ अब खाली हैं। महानगरों में अब उनका ठौर नहीं रह गया। ऐसे में यह लोग अपने गांव की ओर रुख कर दिए हैं। जो जिस हाल में है उसी हाल में पैदल गांव की दहलीज तक पहुंचना चाहता है। 22 व 24 मार्च को दिल्ली व अन्य महानगरों से चला ऐसा जत्था शनिवार को बस्ती पहुंचा। यहां बड़े वन पर बसों व छोटे वाहनों ने इन्हें उतार दिया। इसी प्रकार 21, 22 व 24 मार्च को दिल्ली से कप्तानगंज अपने घरों के लिए बड़ी संख्या में लोग कूच कर दिए। बड़े वन चौराहे पर पहुंचे तमाम यात्री बस की छतों पर बैठकर दो दिन की यात्रा के बाद यहां आ सके हैं। इनकी जांच के लिए चौराहे पर ही डॉक्टरों की टीम थर्मल स्कैनिंग कर रही है, जबकि कप्तानगंज में तमाम लोगों को पुलिस ने सीएचसी पर पहुंचा कर जांच कराई।
लॉकडाउन के बीच बृहस्पतिवार को भानपुर तहसील क्षेत्र में करीब 17 लोग निजी बस से मुंबई से पहुंचे। मुंबई से कुछ लोगों के आने की सूचना मिलते ही सोनहा पुलिस व मेडिकल टीम उन्हें ट्रैस करने लगी। उनकी चिकित्सीय जांच की गई।