मोबाइल और कलम भी हो सकते हैं वॉयरस के वाहक, सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं विशेषज्ञ


बस्ती,। कोरोना वॉयरस का वाहक आपका मोबाइल व कलम तक हो सकता है। बार-बार इस्तेमाल होने वाले सामान से वॉयरस के फैलने का खतरा ज्यादा है। विशेषज्ञ इसे लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं। 


बालरोग विशेषज्ञ व कोरोना वॉयरस से संबंधित प्रशिक्षक डॉ. आफताब रजा का कहना है कि कुछ वस्तुएं एैसी हैं, जिनका इस्तेमाल दिन भर में कई बार होता है। इसमें मोबाइल फोन सहित अन्य वस्तुएं शामिल हैं। काफी सावधानी बरतने के बाद भी इस बात की आशंका रहती है कि हम हाथों को बिना धोए या सैनेटाइज किए ही मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर लें। इसके बाद आप के मोबाइल के साथ वॉयरस आप को या आपके परिवार को संक्रमित कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस वॉयरस का फैलाव काफी तेज होता है, इसलिए इससे बचने के लिए काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। नियमित इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं की साफ-सफाई, घर के दरवाजों का हैंडल बार-बार सैनेटाइज करके, बाहर से आकर कपड़े को अलग करके तत्काल धुलने सहित अन्य प्रक्रिया अपनाकर कोरोना के प्रसार को रोका जा सकता है।
--- 
17 संदिग्ध मरीजों का लिया गया सैम्पल
जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज कैली से शुक्रवार तक कुल 17 संदिग्ध मरीजों का सैम्पल लिया गया है। गुरुवार रात तक इनमें से 10 की रिपोर्ट स्वासथ्य विभाग को मिल चुकी है। एसीएमओ डॉ. फखरेयार हुसैन ने बताया कि सभी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। एसीएमओ का कहना है कि अब तक मिली पैथॉलोजी रिपोर्ट के आधार पर कहा जा सकता है कि जिला कोरोना वॉयरस से सुरक्षित है। बाहर से आए लोगों को क्वारंटीन रहने की सलाह दी जा रही है। लक्षण पाए जाने पर तत्काल सैम्पल लेकर जांच कराई जा रही है। लोग घरों में अलग-थलग रहे, यह इस रोग की रोकथाम का सबसे अच्छा उपाय है।


कोरोना के बारे में अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 
चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश  - 1800-180-5145 , स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय – 011- 23978046, टोल फ्री नंबर- 1075


---


Popular posts
पर्यावरण जागरूकता स्मृति सम्मान से सम्मानित हुए– कवि व मंच संचालक डॉ० तारकेश्वर मिश्र
Image
परशुरामाचार्य पीठाधीश्वर स्वामी श्री सुदर्शन महाराज द्वारा सम्मानित हुए —कवि डॉ० तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु
Image
विश्व रिकॉर्ड में सम्मिलित हुए कवि व मंच संचालक– डॉ० तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु
Image
भौतिकवादी दौर में मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है कविता एवं साहित्य – प्रमोद कुमार
Image
हिंदी सिर्फ हमारी भाषा नहीं हमारी पहचान भी है – संचालक तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु
Image