बस्ती । दुर्गेश कुमार मिश्र सामाजिक एवं साहित्यिक संस्थान की ओर से प्रेस क्लब के सभागार में कवि सम्मेलन, मुशायरा में 5 गरीब मेधावी छात्रों को दो-दो हजार रूपये का चेक देने के साथ ही प्रसिद्ध कवि डा. राधेश्याम बंधु को 11 हजार रूपये का पुरस्कार दिया गया। इसी कड़ी में वरिष्ठ साहित्यकारों की उपस्थिति में डॉ. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र कृत निबन्ध संग्रह ‘इन्द्रधनुष का लोकार्पण किया गया।
मुख्य अतिथि जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्र ने कहा कि साहित्य हमें मानवता के प्रति संवेदनशील बनाते हुये रचनात्मक कार्यों की प्रेरणा देता है। शव्द की साधना हमें आध्यात्म के साथ ही करूणामयी बनाती है। गरीबों, वंचितों के प्रति साहित्यकारों की दृष्टि सदैव सबल रही है। कवि अपने समय का प्रवक्ता है। अध्यक्षता करते हुये दिल्ली के वरिष्ठ कवि डा. राधेश्याम बंधु ने कहा कि दुर्गेश कुमार मिश्र सामाजिक एवं साहित्यिक संस्थान द्वारा प्रति वर्ष मेधावी छात्रों का उत्साहवर्धन और एक कवि को 11 हजार रूपये का पुरस्कार दिये जाने की परम्परा सराहनीय पहल है। अन्य सामाजिक संगठनों को इससे प्रेरणा लेनी चाहिये। संचालन करते हुये डॉ.रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ ने आयोजन की उपादेयता पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि पिछले चार वर्षो से संस्थान की ओर से ऐसा आयोजन हो रहा है जो सराहनीय पहल है।
निबन्ध संग्रह ‘इन्द्रधनुष’ के लेखक डॉ. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र ने कहा कि इस कृति में भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता आन्दोलन, स्वामी विवेकानन्द के शिकागो भाषण की समग्र व्याख्या के साथ ही इतिहास और समाज के अनेक आलेख समाहित है जो शोधार्थियों के लिये भी उपयोगी होंगे।
यश भारती से सम्मानित प्रोफेसर माता प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि ‘इन्द्रधनुष’ का संयोजन एक सुखद अनुभूति है। भारतीय इतिहास, समाज के बदलते सन्दर्भो पर और कार्य किये जाने की आवश्यकता है। राजेन्द्रनाथ तिवारी, डा. कमलेश पाण्डेय, डा. सत्यदेव त्रिपाठी, डा. शंकर जी सिंह, डॉ. दशरथ प्रसाद यादव, प्रेमशंकर द्विवेदी, नीलम सिंह, श्याम प्रकाश शर्मा, डा. रामदुलारे पाठक, डा. वी.के. वर्मा, अनुभव प्रकाशन के पराग कौशिक आदि ने ‘इन्द्रधनुष’ के निबन्धों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दूसरे चरण में डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ के संचालन में हुये कवि सम्मेलन में डा. राधेश्याम बंधु, डा. ज्ञानेन्द्र द्विवेदी, विनोद कुमार उपाध्याय, श्रीमती गीता त्रिपाठी, डा. शंकर जी सिंह, भद्रसेन सिंह ‘बंधु’ अयोध्या प्रसाद पाण्डेय, श्रीमती शैल वर्मा, राजेश कुमार मिश्र, पं. चन्द्रबली मिश्र, डा. राममूर्ति चौधरी, डा. वी.के. वर्मा, डा. अफजल हुसेन ‘अफजल’ राजेश मिश्र, बाबूराम वर्मा, विशाल पाण्डेय, संध्या दीक्षित आदि कवियों ने रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संस्थान की ओर से मेधावी प्रियंका, विशाल गोस्वामी, इनरा महजबी, विवेक गुप्ता एवं राकेश प्रजापति को दो-दो हजार रूपये का चेक प्रदान किया गया। कार्यक्रम में रामदत्त जोशी, नफीस अहमद सिद्दीकी, आशुतोष नारायण मिश्र, वाहिद अली सिद्दीकी, रघुवंशमणि शुक्ल, मो. वसीम अंसारी, जगदीश प्रसाद पाण्डेय, बटुकनाथ शुक्ल, अमित कुमार मिश्र, राजेश पाण्डेय के साथ ही बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।